[2024] 80 Paheliyan in Hindi with Answers | हिंदी मजेदार पहेलियां | Bujho to Jane Paheli with Answer

दोस्तों इस पोस्ट में हम आपके लिए ढेर सारे हिंदी की मजेदार पहेलियां उत्तर के साथ (Bujho to Jane Paheli with Answer) लाएं हैं। यहां पर तीन तरह की पहेली (paheli) मिलेंगी –

Bujho to Jane Paheli with Answer | बूझो तो जाने पहेलियां

पहेली: एक गांव में एक साथ 100 औरतें थीं, पर हर औरत के पास एक ही बच्चा था। यह कैसे संभव है?

उत्तर: सभी औरतें दादी थीं।


पहेली: एक नदी के किनारे एक गुरुकुल था, जहां 10 छात्र पढ़ाई कर रहे थे। एक दिन नदी के पानी में से एक छात्र की पुस्तक गिर गई। कौन?

उत्तर: कोई नहीं, क्योंकि नदी के पानी में पुस्तक नहीं गिर सकती।


पहेली: एक ऐसा कौन सा देश है जहां गर्मियों में बर्फ गिरती है?

उत्तर: धीमा


पहेली: एक आदमी अपने घर के बाहर उसके पिताजी के साथ खड़ा है, पर जब वह अपने घर के अंदर देखता है, तो वह अपने पिताजी के साथ कोई नहीं खड़ा है। क्यों?

उत्तर: क्योंकि वह अपने घर के अंदर एक आईने को देख रहा था।


पहेली: एक चोर सुबह से शाम तक चोरी करता रहता है, पर लोग उसे कभी पकड़ नहीं पाते। क्यों?

उत्तर: क्योंकि वह घड़ी का चोर था।


पहेली: एक बुजुर्ग व्यक्ति रात्रि में एक किलो तेल को चार बार बांधता है, सुबह होने पर उसे 2 किलो तेल मिल जाते हैं। ऐसा कैसे?

उत्तर: बुजुर्ग व्यक्ति नशे में था और जिंदगी की वह अच्छी देखभाल कर रहा था।


पहेली: एक गुब्बारे के अंदर क्या है जो हमेशा बढ़ता रहता है, पर कभी कम नहीं होता?

उत्तर: गुब्बारे की उम्र।


पहेली: एक स्वर्ग में आदमी ने भगवान से कहा, “आप मुझे यहाँ क्यों लेकर आए?” भगवान ने क्या जवाब दिया?

उत्तर: भगवान ने कहा, “तुमने मुझे खोजने का वादा किया था, इसलिए मैं तुम्हारे पास हूँ।”


पहेली: एक आदमी एक सिक्का लेकर रेस्तरां में गया, वहाँ खाना खाया और चला गया। लेकिन वापस आने पर उसने खुद को क्यों मारा?

उत्तर: उसने सिक्के के दो पक्ष के बीच में चावल दबा दिया था, और वापस आने पर उसने वही चावल खाने की सोची।

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Paheliyan in Hindi with Answers

ठोकर लगाती हूँ, सूझाओ कौन हूँ?

उत्तर: चप्पल


भूख लगी तो खाना बनाते हैं, पेट भरा तो बर्तन धोते हैं।

उत्तर: चूल्हा


हर रोज़ सजाता, पर कभी नहीं सजता।

उत्तर: सूरज


मेरे पास पैर नहीं, पर मैं चल सकता हूँ।

उत्तर: साया


दिन में रहता अंधेरा, रात में बन जाता सवेरा।

उत्तर: रात


मेरे साथ सब कुछ है, मगर मुझे सब कुछ चाहिए।

उत्तर: आदमी


बारिश में नहाती हूँ, धूप में सुकाती हूँ।

उत्तर: पत्तियाँ


जब तक न तोड़ो तब तक न छोड़ो, तोड़ो तो हाथ छूट जाए।

उत्तर: पक्षी की चिड़िया


अगर तुम्हारे पास है दिमाग, तो जवाब दो मेरे सवाल का।

उत्तर: मुझे नहीं पता


सूर्य के सामने जाता, और अँधेरा हो जाता।

उत्तर:


सत्यम राज Paheliyan.in में मुख्य संपादक के रूप में कार्यरत हैं, सत्यम को लेखन के क्षेत्र में 3 वर्षों से अधिक का अनुभव है। सत्यम ने हिंदी और संस्कृत में M.A किया। सत्यम Paheliyan.in में प्रकाशित किये जानें वाले सभी लेखों का निरीक्षण और विषयों का विश्लेषण से सम्बंधित कार्य करते हैं। और Paheliyan.in की संपादक, लेखक और ग्राफिक डिजाइनर की टीम का नेतृत्व करते हैं।

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